दिल के चंद एहसास
यूँ तो मुझे चाहने वाले बहुत थे
जुबां से अपने दिल में बसाने वाले बहुत थे।।
पर जब लगी ठोकर, और हम गिर गए
सम्हल कर चलो, रास्ता कठिन है मेरे दोस्त,
ये कहने वाले सभी थे, मगर
झुककर हमें उठाने वाला कोई न था।।
----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---
Sachin dev
17-Dec-2022 05:09 PM
Well done
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